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सरसों की फसल पर जनवरी माह में

  सरसों की फसल भारत की एक प्रमुख रबी फसल है। यह फसल जनवरी से मार्च तक की अवधि में पकती है। इस दौरान सरसों की फसल को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इनमें से कुछ प्रमुख समस्याएं निम्नलिखित हैं: ठंड का प्रकोप: सरसों की फसल को ठंड के मौसम में 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे के तापमान से नुकसान हो सकता है। इस कारण फसल के पौधे सूख सकते हैं, उनकी वृद्धि रूक सकती है, और बीजों का उत्पादन कम हो सकता । पानी की कमी: सरसों की फसल को अच्छी पैदावार के लिए पर्याप्त पानी की आवश्यकता होती है। जनवरी के महीने में अक्सर बारिश नहीं होती है, जिससे फसल को पानी की कमी का सामना करना पड़ सकता है। इस कारण पौधे मुरझा सकते हैं और पैदावार कम हो सकती है। कीटों और बीमारियों का प्रकोप: सरसों की फसल को कई तरह के कीटों और बीमारियों का प्रकोप हो सकता है। इनमें से कुछ प्रमुख कीट हैं: सरसों का सफेद मक्खी सरसों का हरा फल मक्खी सरसों का शलभ सरसों का भृंग सरसों का फफूंदी खेती की गलत विधियां: सरसों की फसल की खेती में गलत विधियों का प्रयोग भी फसल को नुकसान पहुंचा सकता है। इनमें से कुछ गलत विधिया...